समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, मैनपुरी से लखनऊ “विचार पद यात्रा” करके आए हुए नवजवानों का किया स्वागत और सम्मान

 


ये तमाम साथी मैनपुरी से चलकर यहां आये हैं, ये 300 किमी चल के आये हैं।


इनका मनोबल बहुत ऊंचा है, इन्होंने तकलीफ , परेशानी सह कर यहां पहुंचे हैं।


ये लोग 2022 में सरकार बनाने के लिए लगे हैं।


ये लोग घनी आबादी से होकर निकले हैं, इन लोग किसानों की समस्या देख कर आ रहे।
सपा की सरकार आएगी तो किसानो के हक में काम किया जाएगा।


अभी bjp के लोग कह रहे हैं कि अगर आप बेरोजगार हैं तो सूर्य नमसकार कर लीजिए। सूर्य नमस्कार से कौन सा रोजगार मिलेगा।


जो रास्ता bjp ने अपनाया है, बडी कम्पनियां बिक रही हैं, अब कई संस्थाए bjp बन्द कर रही।


अगर अर्थव्यवस्था नही बेहतर होगी तो कैसे रोजगार मिलेगा।


जितनी रफ्तार बढ़ेगी, वैसे ही अर्थव्यवस्था बढ़ेगी।


नौकरी नहीं देना है, इस नाते bjp अपने प्रिय कामो में लोगो को लगा देती है, इनके प्रिय काम है झाड़ू लगाना, कूड़ा हटाना, सांड से किसी की मौत हो जाएगी तो कोई कार्यवाही नही होगी।


*अखिलेश यादव*


बुर्के पर बैन पर-
सपा का मानना है बुलेट ट्रेन दिल्ली से कलकत्ता चले, सरकार ये बताये की कब चल रही है


Akhilesh yadav


हम चाहंगे राफेल यहां बने, बबीना में बहुत जगह है, सरकार को सहूलियत देनी चाहये


अखिलेश यादव


रिवर फ्रंट , एक्सप्रेसवे कोई भी उद्योगपति वहां से गुजरे हैं तो तारीफ मिली है, सबने कहा इससे अच्छा कोई एक्सप्रेसवे और रिवरफ्रंट नही है, इससे सुंदर कहि नही है।
ये साबरमती से सुंदर है, इसी नाते बाबा नही चालू होने देना चाहते।


*अखिलेश यादव*


जो यात्रा निकाली तो क्या उससे माँ गंगा साफ हो गई।


पिछली बार चार हजार करोड़ में कुछ नही हुआ, इस बार तो कम हो गया


Akhilesh yadav


अभी बजट आ रहा है, उसमे देखना होगा कि क्या मिलता है। हम पिछले कामो से देखना चाहेगए कि कितने रोजगार मिले


Akhilesh yadav


आज़मगढ़ से गायब होने के पोस्टर पर--
मैं गायब नही हूँ, मैं लखनऊ में हूं। जल्द ही जाऊंगा आज़मगढ़ सदन के बाद जाऊँगा आज़मगढ़


Akhilesh yadav 


Sangeet som के बयान पर--


भाजपा के पास न भाषा है ना तरीका, विवेकानंद जी का आखिरी भाषण था हमारे देश मे धर्म बहुत है रोटी चहिये।