केरल के वायनाड में भूस्खलन का कहर, 14 की मौत

 


केरल के वायनाड में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते 14 लोगों के मरने की खबर है। एनडीआरएफ की टीम ने 54 लोगों को आज सुरक्षित निकाला है। अब तक इस कहर से 100 लोगों की जान बचाई जा चुकी है। पूरे राज्य में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 315 कैंप स्थापित किए गए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस भूस्खलन में 40 लोगों के लापता होने की आशंक जताई गई है। मेपड्डी से दो शव मिले हैं।


यहां बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन मदद पहुंचाई जा रही है। राजस्व मंत्री ने कहा कि सरकार लोगों तक खाद्य पदार्थ पहुंचाने की कोशिश कर रही है और लोगों को घरों में रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। अगले 24 घंटों के दौरान यहां पर भारी बारिश की आशंका है।


केरल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अनुसार पूरे केरल के बाढ प्रभावित इलाकों से अबतक 22,165 लोगों का सुरक्षित निकाला गया है। केरल के अन्य बाढ़ और बारिश प्रभावित इलाकों में त्रिशूर, पठानमथिट्टा, एर्नाकुलम, मलप्पुरम जिले शामिल हैं। यहां लोगों के घरों तक में पानी घुस गया है।


इसी बीच कोच्चि हवाई अड्डे पर 11 अगस्त 3 बजे तक सभी विमानों का परिचालन रोक दिया गया है। मौसम विभाग ने केरल के इडुक्की, मलप्पुरम, कोझिकोड के में बारिश का रेड अलर्ट, जबकि त्रिशूर, पलक्कड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।


इसी प्रकार मुंबई में एक बार फिर से आसमानी आफत कहर बरपा सकती है इसलिए लोगों को सचेत रहने के लिए कहा गया है, महाराष्ट्र में बाढ़ से सबसे ज्यादा कोल्हापुर, सांगली, सोलापुर, सतारा और पुणे प्रभावित हैं। बारिश और बाढ़ में फंसे दो लाख से ज्यादा लोगों को अब तक रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया जा चुका है। मुंबई के कुछ इलाकों में आज एक बार फिर से भारी बारिश की आशंका है इसलिए भारतीय मौसम विभाग ने यहां अलर्ट जारी किया है।


मुंबई में भारी बारिश के चलते भारतीय रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। रेलवे की ओर से जारी रिलीज के अनुसार ट्रेन नंबर 6614 कोयंबटूर-राजकोट एक्सप्रेस और 6614 कोयंबटूर- राजकोट एक्सप्रेस को गुरुवार को रद्द कर दिया गया। अगस्त 11 को ट्रेन नंबर 16613 राजकोट- कोयंबूर एक्सप्रेस, ट्रेन नंबर 19567 ओखला एक्सप्रेस भी रद्द रहेंगी। दरअसल लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से ट्रैक पर पानी जमा हो गया है, जिसकी वजह से ट्रेनों के संचालन में काफी दिक्कत हो रही है।