भुवनेश्वर: ओडिशा की तरफ बढ़ रहा चक्रवाती तूफान 'फनि' सूबे में दस्तक दे चुका है। ओडिशा के तट से फनि की टक्कर के साथ ही तेज हवाओं के साथ बारिश भी शुरू हो गई है। इससे पहले रफ्तार पकड़ चुका फनि तेजी से ओडिशा के तट की तरफ बढ़ रहा था। तटीय ओडिशा में चक्रवात फनि की वजह से बारिश और तेज हवाएं चलने के बीच राज्य सरकार ने 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा और लोगों से शुक्रवार को घरों में रहने की सलाह दी।
IMD हैदराबाद का कहना है कि ओडिशा के पुरी में 240-245 किमी/घंटे की गति से हवाए चल रही हैं। ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है। लैंडफॉल के बाद इसका असर कम होता जाएगा और यह पश्चिम बंगाल के तट की तरफ बढ़ जाएगा
चक्रवात 'फनि' के बाद आने वाले तूफान से निपटने के लिए भारतीय कोस्ट गार्ड ने विशाखापत्नम, चेन्नई, परादीप, गोपालपुर, हल्दिया, और कोलकाता में 34 टीमों को तैनात किया गया है। इसके इलावा विशाखापत्नम और चेन्नई में 4 कोस्टगार्ड शिप भी तैनात किए गए हैं।
- भारत के पूर्व में बंगाल की खाड़ी से फनी तूफान ओडिशा तट से जा टकराया है। अगले 3 से 4 घंटों के बेहद अहम माना जा रहा है।
अत्यंत प्रचंड च्रकवात ओडिशा के तट की ओर बढ़ रहा है और यह अनुमानित समय दोपहर बाद 3 बजे से बहुत पहले ही सुबह में तटीय क्षेत्र से टकरा गया। राज्य के मुख्य सचिव ए. पी. पधी ने कहा था कि चक्रवात के धार्मिक नगरी पुरी के बेहद करीब शुक्रवार को पुरी पहुंचने की संभावना है। बताया जा रहा है कि फनि ओडिशा में 4-5 घंटे तक तांडव मचाएगा। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोगों से अपील की है कि वे इस दौरान घरों के अंदर ही रहें और कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं।
इस बीच, नई दिल्ली मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय तटरक्ष बल और नौसेना ने भी राहत इंतजाम में अपने पोत और कर्मियों को तैनात किया है। तट रक्षक बल ने ट्वीट कर कहा कि चक्रवाती तूफान फनि को देखते हुए 34 राहत दलों और 4 तटरक्षक पोतों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है। नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने दिल्ली में कहा कि भारतीय नौसेना के पोत सहयाद्री, रणवीर और कदमत को राहत सामग्री तथा चिकित्सा दलों के साथ तैनात किया गया है, जिससे वे चक्रवात के तटीय इलाके से गुजरने के फौरन बाद राहत कार्य शुरू कर सकें।