जलियांवाला बाग नरसंहारः 100 साल बाद अंग्रेजों ने मांगी माफी !

 दिल्ली :  भारत का दुनिया में बढ़ता प्रभाव है कि लगभग 100 साल बाद अंग्रेजों को जलियांवाला बाग नरसंहार काण्ड पर माफी मांगनी पड़ी है।



    ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने संसद में जलियांवाला बाग काण्ड पर माफी मांगते हुए कहा कि 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जालियांवाला बाग में  जो कुछ भी हुआ वो ब्रिटिश इतिहास पर एक बदनुमा दाग है।  इस नरसंहार में सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। टरीजा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब 13 अप्रैल को जालियांवाला बाग हत्याकांड को 100 साल पूरे हो रहे हैं।