हमले में हिज्बुल मुजाहिदीन का हाथ, पकड़ा गया ग्रेनेड फेंकने वाला

जम्मू पुलिस ने जम्मू बस स्टैंड पर ग्रेनेड फेंकने वाले संदिग्ध युवक को हिरासत में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि युवक ने हिज्बुल मुजाहिदीन के कहने पर ग्रेनेड फेंका।



    श्रीनगर : जम्मू बस स्टैंड पर गुरुवार को ग्रेनेड से हमला करने वाले संदिग्ध युवक को जम्मू पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस का दावा है कि युवक ने प्रारम्भिक पूछताछ में अपना अपराध कबूल कर लिया है। पुलिस ने बताया कि युवस का नाम यासिर भट्ट है और उसे बस स्टैंड पर ग्रेनेड फेंकने का काम सौंपा गया था।  पुलिस का कहना है कि कुलगाम के हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर फारूक अहमद भट्ट उर्फ उमर ने यासिर को ग्रेनेड फेंकने के लिए कहा था। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई है और करीब 30 लोग घायल हुए हैं।


जम्मू के आईजी मनीष सिन्हा ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, 'हमले के बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीम बनाई गई। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत के बाद एक संदिग्ध की पहचान हुई और उसे हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए व्यक्ति का नाम यासिर भट्ट है और उसने अपना अपराध कबूर कर लिया 


पुलिस अधिकारी ने बताया, 'यासिर भट्ट को जम्मू बस स्टैंड पर ग्रेनेड से हमला करने का काम सौंपा गया था। उसे यह काम कुलगाम में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर फारूक अहमद भट्ट उर्फ उमर ने सौंपा था।' पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में यह जानने की कोशिश की जाएगी कि इस अपराध में उसके साथ और कौन लोग शामिल थे।


धमाका इतना तेज था कि आसपास खड़ी चार-पांच गाड़ियों के शीशे टूट गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विस्फोट के बाद करीब 30 लोग घायल हुए हैं जिसमें से एक की मौत हो गई है जबकि 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह पिछले नौ महीने में तीसरा बड़ा धमाका है। पुलवामा हमले के बाद राज्य में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं। ऐसे में इस हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। 


बस स्टैंड पर हुए इस ग्रेनेड धमाके के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। सुरक्षाकर्मियों को शक है कि धमाके का मकसद सांप्रदायिक तनाव पैदा करना हो सकता है।