लौंग का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में सबसे पहले मसाला आता है। और आए भी क्यों नहीं जब भी हमें अपने खाने का जायका बढ़ाना होता है हम उसमें लौंग का यूज करते हैं। लेकिन क्या आपको पता सिर्फ सब्जी में ही आपके डेली लाइफस्टाइल में एक छोटी सी लौंग बहुत काम की साबित हो सकती है।
नई दिल्ली: लौंग का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में सबसे पहले मसाला आता है। और आए भी क्यों नहीं जब भी हमें अपने खाने का जायका बढ़ाना होता है हम उसमें लौंग का यूज करते हैं। लेकिन क्या आपको पता सिर्फ सब्जी में ही आपके डेली लाइफस्टाइल में एक छोटी सी लौंग बहुत काम की साबित हो सकती है।
लौंग के बारें में आपने जरूर सुना होगा , आपकी किचन से लेकर पूजा सामग्री तक इसका अपना खास महत्व है। खाने को खुशबूदार बनाने के साथ साथ ये सेहत के लिए भी काफी अच्छा होता है। कई देसी नुस्खों के साथ साथ दवाईयों में भी लौंग का इस्तेमाल किया जाता है। त्वचा रोगों में भी ये काफी फायदेमंद और असरकारक होता है।
कई तम्बाकू उत्पादों में भी लौंग का इस्तेमाल किया जाता है ताकि तम्बाकू हानिकारक तत्व कम हो सके। साथ ही ये अपनी खुशबु की वजह से भी काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। आईये जानते है लौंग हमारी सेहत सम्बन्धी परेशानियों में और किस प्रकार सहायता कर सकता है और किन रोगों से लड़ने में हम इसका इस्तेमाल कर सकते है।
दांत का दर्द:
अक्सर ऐसा हो जाता है जब रातबेरात दांत में अचानक दर्द उठने लगता है। ये वाकई में असहनीय हो जाता है और अगर आपके बॉस दांत के दर्द की कोई दवा मौजूद न हो तो आप एक लौंग को उस दांत के नजदीक दबा ले ये आपके दर्द से राहत दिलाएगा।
पेट में दर्द:
अगर आपके पेट में कभी गैस बनने जैसी समस्याएं पैदा होती हैं तो अगर आप 1 लोग खा लेते हैं तो आपको इससे फायदा होता है। या यूं कहें कि आपका पेट दर्द या गेस चुटकियों में ठीक हो जाता है।
गले में खराश: सर्दियों में सामान्यत है सभी का गला खराब हो जाता है । सर्दियों में आपको देखने को मिलता है कि गले में खराश आने लग जाती है अगर आप एक लौंग का सेवन कर लेंगे तो आपकी यह परेशानी चुटकियों में ठीक हो जाएगी।
उल्टी: गर्भवती की मिचली में लौंग का चूर्ण शहद के साथ बार-बार चाटने से जी मिचलाना उल्टी आदि सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। इसे प्रतिदिन 120 ग्राम से 240 ग्राम की मात्रा में दो बार चाटना चाहिए।
खसरा: खसरे के रोग में बच्चे को बहुत ज्यादा प्यास लगती है.बार-बार पानी पीने से उसे वमन होने लगती है। ऐसी हालत में पानी को उबालते समय उसमें दो-तीन लौंग डाल दें। फिर उस पानी को छानकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में रोगी बच्चे को पिलाने से प्यास समाप्त हो जाती है।