ममता बनर्जी ने नहीं लागू की मोदी सरकार की स्कीम, तो केंद्र ने ब्याज सहित 193 करोड़ रु मांगे वापस

ममता बनर्जी ने नहीं लागू की मोदी सरकार की 👊स्कीम, तो केंद्र ने ब्याज सहित 193 करोड़💴 रु मांगे वापस*


केंद्र ने पश्चिम बंगाल सरकार से 193 करोड़ रुपए को ब्याज सहित वापस करने का निर्देश दिया है। दरअसल केंद्र सरकार ने बंगाल को आयुष्मान भारत हेल्थ इंश्योरेंस योजना के तहत इन पैसों को उपलब्ध कराया था। लेकिन ममता बनर्जी ने इसे स्टेट आधारित स्कीम बना दिया और इसका नाम बदलकर स्वास्थ्य साथी स्कीम कर दिया।


ममता बनर्जी का आरोप है कि केंद्र सरकार योजना के कागजात पर भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का फूल है। केंद्र सरकार इस योजना के तहत भाजपा पार्टी का प्रचार कर रही है। ऐसे में उसे योजना का पूरा पैसा देना चाहिए। बता दें कि आयुष्मान भारत स्कीम के तहत योजना पर आने वाले कुल खर्च का 60 फीसदी हिस्सा केंद्र सरकार राज्य सरकार को उपलब्ध कराती है, जबकि 40 फीसदी रकम राज्य सरकार को खुद जुटानी होती है।


खबर के मुताबिक आयुष्मान भारत योजना के तहत केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 तक 798 करोड़ रुपए खर्च किए थे। इसमें 193 करोड़ रुपए पश्चिम बंगाल सरकार को दिए गए थे। ऐसे में केंद्र की स्कीम को खत्म करने पर नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर इंदू भूषण ने कहा कि हम मामले में पश्चिम बंगाल सरकार से बातचीत करके मामले को हल कराना चाहते हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से कोई सहयोग न मिलने पर इंदू भूषण ने पत्र लिखकर केंद्र सरकार की तरफ से दिए गए 193 करोड़ रुपए को ब्याज सहित वापस करने का निर्देश दिया है।