भारत का पाक को कड़ा संदेश, कहा-राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सख्त एवं निर्णायक कार्रवाई हमारा अधिकार

भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब किया और पाकिस्तानी वायु सेना द्वारा भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन करने उनसे कड़ा विरोध जताया।


नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने बुधवार को पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त सैयद हैदर शाह को तलब किया और पाकिस्तानी वायु सेना द्वारा भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन करने, सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने और बिना उकसावे की आक्रामकता दिखाने के लिए उनसे कड़ा विरोध जताया। भारत ने पाकिस्तान को डिमार्शे भी सौंपा। भारत ने कहा कि उसकी वायु सेना ने 26 जनवरी को जैश-ए-मोहम्मद के कैंप पर नॉन-मिलिट्री और प्रिएम्पटिव कार्रवाई की जबकि पाकिस्तान की यह कार्रवाई ठीक उसके विपरीत है।


भारत ने कहा कि अपनी जमीन से आतंकी गतिविधियां रोकने और आतंकियों के खिलाफ विश्वसनीय कार्रवाई करने की जगह पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई की है। पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय एवं द्विपक्षीय प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं किया है। भारत ने कार्यवाहक उच्चायुक्त को स्पष्ट शब्दों में कहा है कि सीमा पार आतंकवाद अथवा आक्रामकता कि किसी भी कार्रवाई के खिलाफ उसे अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए कठोर एवं निर्णायक कार्रवाई करने का अधिकार है।


भारत कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय वायु सेना के घायल पायलट की नुमाइश जिस तरीके से की है उसने सभी अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों एवं जेनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन किया है। पाकिस्तान से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि उसकी हिरासत में भारतीय सुरक्षा कर्मी को कोई नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। इसके अलावा भारत अपने सुरक्षाकर्मी की शीघ्र एवं तुरंत रिहाई की उम्मीद करता है। 


डिमार्शे में पाकिस्तानी राजनीतिक एवं सैन्य नेतृत्व द्वारा आतंकी ढांचों की मौजूदगी से बार-बार इंकार किए जाने पर अफसोस जताया गया है। इसके अलावा पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता के ब्योरे पाकिस्तान को सौंपे गए हैं। डिमार्शे में पाकिस्तान से कहा गया है कि वह अपनी जमीन से पैदा होने वाले आतंकवाद के खिलाफ तुरंत एवं प्रभावी कदम उठाए।